चिकन अंडे खाओ-इम्युनिटी बढ़ाओ-कोरोना भगाओ
बहरूपिया कोरोना फिर फैल रहा है।
जंगली व प्रवासी पक्षियों में बर्डफ्लू की भ्रमित सूचनाओं से लोग चिकन व अंडे से दूर हुए, लोगों की इम्युनिटी पर फर्क पड़ने लगा।
चिकन अंडे खाओ - इम्युनिटी बढ़ाओ- कोरोना भगाओ।
तनाव से दें राहत
चिकन में पाए जाने वाले पोषक तत्व ट्राइप्टोफन और विटामिन बी5 के सेवन से तनाव में राहत मिलती है. ये दोनों ही शरीर को अंदर से शांत करते हैं. यदि आप चिकन खाते हैं तो आपने महसूस भी किया होगा कि तनाव होने पर आपने चिकन खाया तो आपको आराम मिला. चिकन का स्वाद आपका तनाव दूर करने के साथ ही खुशी का अहसास कराता है.
हड्डियों को मजबूत बनाए
प्रोटीन के अलावा चिकन में फास्फोरस और कैल्शियम भी अधिक मात्रा में पाया जाता है. शरीर में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम होने पर हड्डियों की स्थिति में सुधार आता है. चिकन में पाया जाने वाला सेलेनियम अर्थराइटिस यानी गठिया रोग का जोखिम कम करता है.
दिल को तंदुरुस्त रखें
चिकन में विटामिन बी6 अधिक मात्रा में पाया जाता है. विटामिन बी6 दिल के दौरे से सुरक्षा प्रदान करता है. विटामिन बी6 ही होमोसिस्टाइन के स्तर को कम करता है. होमोसिस्टाइन के बढ़ने से दिल के दौरे का खतरा बढ़ जाता है. इसके अलावा चिकन में नियासिन भी पर्याप्त मात्रा में होता है जो बेड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है.
कोलोरेक्टरल कैंसर का खतरा कम करें
एक शोध में सामने आया था कि जो लोग किशोरावस्था में चिकन और मछली का सेवन अधिक करते हैं, उनमें कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा काफी कम होता है. लाइव सांइस में प्रकाशित शोध के अनुसार ऐसी 20,000 महिलाओं पर अध्ययन किया गया जो किशोरावस्था में चिकन खाती थीं. अध्ययन में सामने आया कि इन महिलाओं के पेट के निचले हिस्से में ट्यूमर बनने का रिस्क कम रहा जो भविष्य में कोलोरेक्टल कैंसर में बदल जाता है.
पाचन क्रिया को मजबूत करें
सर्दी व जुकाम में राहत पहुंचाने के लिए लोग चिकन सूप का सेवन करते हैं. चिकन सूप की स्टीम यानी भाप से बंद नाक खुल जाती है और गले का कंजेस्शन भी साफ हो जाता है. एक अध्ययन में यह भी पाया गया है कि चिकन खाने या चिकन सूप पीने से आपकी पाचन क्रिया मजबूत होती है.
दांतों को मजबूती दें
चिकन में फॉस्फोरस बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है. यह दांतों के साथ ही हड्डियों की मजबूती को बनाए रखता है. चिकन का सेवन किडनी, लिवर और नर्वस सिस्टम को भी दुरुस्त रखता है.
आंखों के लिए फायदेमंद
चिकन में पाया जाने वाला रेटनोल, अल्फा और बीटा केरोटीन, लाइकोपिन और विटामिन ए आंखों की रोशनी को तेज करता है. इसके अलावा चिकन में मौजूद विटामिन ए आंखों में होने वाली विभिन्न समस्याओं से बचाव करता है.रोज़ाना खाएंगे दो अंडे तो शरीर में होंगे ये 8 बदलाव
सेहतमंद त्वचा, बाल और नाख़ून
अंडे विटामिन-बी से भरपूर होते हैं, इसके अलावा इसमें विटामिन बी12, बायोटिन, रिबोफ्लाविन, थियामिन और सेलेनियम भी मौजूद होता है। ये सभी विटामिन अच्छे बालों, त्वचा और नाखूनों के लिए ज़रूरी होते हैं।
प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत करता है
दो अंडों में 56 प्रतिशत सेलेनियम, 32 प्रतिशत विटामिन-ए और 14 प्रतिशत आयरन होता है। ये सभी पोषक तत्व साथ मिलकर प्रतिरक्षा प्रणाली को मज़बूत बनाते हैं। ज़ुकाम और फ्लू से बचाव के लिए अंडों से बेहतर और कुछ नहीं हो सकता।
आंखों की रौशनी बढ़ती है
अंडों में पाए जाने वाले दो एंटीऑक्सीडेंट ल्यूटिन और ज़ेक्सैंथिन भी आंख के मैक्युलर क्षेत्र में पाए जाते हैं। अध्ययनों में पाया गया है कि ल्यूटिन, ज़ेक्सैंथिन और ओमेगा-3, जो अंडों में भी पाए जाते हैं, आपकी आंखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में आवश्यक भूमिका निभाते हैं।
याददाश्त में सुधार
अंडों में खास विटामिन पदार्थ कोलीन होता है, जो वसा को चयापचय में मदद करता है, स्वस्थ कोशिका झिल्ली को बनाए रखता है और दिमाग़ के काम और याददाश्त में सुधार करता है। आमतौर पर खाए जाने वाले अन्य खाद्य पदार्थों में कोलीन मिलना मुश्किल है।
गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद
कॉर्नेल विश्वविद्यालय के एक अध्ययन के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान कोलीन के उचित सेवन से शिशुओं में मस्तिष्क की कार्यक्षमता और प्रतिक्रिया की गति में सुधार हो सकता है।
अंडों में होता है विटामिन-डी
भारत में ज़्यादातर लोगों में विटामिन-डी की कमी पाई जाती है। अंडों में मौजूद विटामिन-डी की मदद से शरीर कैलशियम को बेहतर तरीके से सोखेगा, जिससे हड्डियां और दांत हेल्दी रहते हैं।
मांसपेशियां बनाने में मदद
एक अंडे में 6 ग्राम प्रोटीन होता है, इसी वजह से ये वर्कआउट के बाद खाया जाने वाला बेस्ट स्नैक माना जाता है। आपको बता दें कि सिर्फ सफेदी खाने की तुलना में पूरा अंडा खाने से आपको मसल्स बनाने और हड्डियों को मज़बूत बनाने में ज़्यादा मदद मिलेगी।
RBC बनाने में मदद
अंडों में फोलेट की काफी मात्रा होती है। फोलेट एक तरह का विटामिन-बी है, जो लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है। गर्भावस्था के दौरान इस पोषक तत्व का सेवन ज़रूरी है क्योंकि यह भ्रूण के विकास और वृद्धि के लिए वास्तव में महत्वपूर्ण है।
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