समस्त देशवासियों को पोल्ट्री फार्मर्स ब्रॉयलर्स वेलफेयर फेडरेशन की ओर से विश्व अंडा दिवस 2021 पर ढेर सारी बधाईयां ...

आज विश्वभर में अंडा दिवस मनाया जा रहा है। ‘संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे’ ये बात सिर्फ कही ही नहीं जाती बल्कि इसको बेहतर हेल्थ के लिए हर दिन अप्लाई भी करना होता है. अंडा खाना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है. यही वजह है कि पूरी दुनिया में अंडे (Egg) के लिए एक खास दिन मनाया जाता है, जिसे विश्व अंडा दिवस या फिर वर्ल्ड एग डे कहते हैं. आपको बता दें कि वर्ल्ड एग डे अक्टूबर महीने के दूसरे शुक्रवार को विश्वभर में सेलिब्रेट किया जाता है. इस दिन को मनाने के पीछे एक खास मकसद है. आइये जानते हैं कि क्या है वर्ल्ड एग डे का इतिहास और इस साल इसकी थीम.


क्या है वर्ल्ड एग डे और क्यों मनाया जाता है ये खास दिन
आज के समय में कुपोषण पूरी दुनिया में एक बड़ी समस्या है. इस समस्या से लड़ने के लिए अंडे का सेवन एक अच्छा उपाय साबित हो सकता है. यही वजह है कि अंडे में मौजूद पोषक तत्वों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वर्ल्ड एग डे मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य अंडे में मौजूद न्यूट्रिएंट्स के शरीर पर होने वाले फायदों से लोगों को जागरूक करना है. शरीर को पोषक तत्वों से भरने के लिए अंडा जरूर खाना चाहिए. डॉक्टरों की मानें तो हर दिन एक अंडा बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को जरूर खाना चाहिए. प्रोटीन के साथ-साथ अंडे में विटामिन, अमीनो एसिड और सॉल्ट पाया जाता है जो शरीर को स्वस्थ रखता है. इसी से संबंधित जागरूकता फैलाने के लिए दुनियाभर में विश्व अंडा दिवस मनाया जाता है.


अंडा हमारे शरीर को कई जरूरी तत्व देता है। Indian Council of Medical Research (आईसीएमआर) के अनुसार भारतीय नागरिकों को रोजाना 1 ग्राम प्रोटीन प्रति किलो वजन पर आवश्यक है। सर्वे रिपोर्ट यह भी कहती है कि 90 प्रतिशत भारतीय शरीरिक रोजना प्रोटीन जरूरत के बारे में जागरूक नहीं हैं वहीं 73 प्रतिशत भारतीय नागरिकों के पोषण में प्रोटीन की कमी है। 
रोग नियंत्रण बचाव केंद्र यानी सीडीसी के अनुसार कोरोना वैक्सीन के बाद तरल इम्युनिटी बूस्टर खाद्य सामग्री लेना चाहिए। चेस्ट जर्नल के अनुसार चिकन में एंटी इन्फ्लामेंट्री गुण विद्यमान होने से कोरोना वैक्सीन के बाद स्ट्रेस के लिए चिकन सूप का सेवन सर्वोत्तम है। 

राष्ट्रपिता महात्मागंधी ने कहा है कि फार्मी अंडे भी शाकाहारी हैं जो दूध को शाकाहार मानते हैं उन्हें इन अंडों के सेवन में आपत्ति नहीं होनी चाहिए। अंडा पृथ्वी का सबसे पौष्टिक स्वास्थ्यप्रद खाद्य सामग्री एवं प्रकृति का मल्टीविटामिन है। 

यहां जानिए खाद्य सामग्री पोषण तत्व उपलब्धता एवं प्रति 100 ग्राम प्रोटीन खर्च के विषय में....

चिकन में 27 प्रतिशत प्रोटीन और 7 प्रतिशत फैट होता है जबकि चिकन में प्रति ग्राम प्रोटीन खर्च मात्र 65-75 पैसे ही है। 
इसी तरह दो अंडों में 13 प्रतिशत प्रोटीन और 11 प्रतिशत फैट होता है जबकि अंडों में प्रति ग्राम प्रोटीन खर्च मात्र 90-95 पैसा है। 
मटन में 13 प्रतिशत प्रोटीन और 11 प्रतिशत फैट होता है जबकि इसमें प्रति ग्राम प्रोटीन खर्च मात्र 90-95 पैसा है। 
मटन में 21 प्रतिशत प्रोटीन और 21 प्रतिशत फैट होता है जबकि इसमें प्रति ग्राम प्रोटीन खर्च मात्र 3.5 पैसा है। 
दूध में 3.5 प्रतिशत प्रोटीन और 6 प्रतिशत फैट होता है जबकि इसमें प्रति ग्राम प्रोटीन खर्च मात्र 1.7 पैसा है। 
पनीर में 19 प्रतिशत प्रोटीन और 15 प्रतिशत फैट होता है जबकि इसमें प्रति ग्राम प्रोटीन खर्च मात्र 1.7 पैसा है।
दाल में 12 प्रतिशत प्रोटीन और 4 प्रतिशत फैट होता है जबकि इसमें प्रति ग्राम प्रोटीन खर्च मात्र 1.2 पैसा है।
- एफएम शेख, राष्ट्रीय अध्यक्ष (पोल्ट्री फार्मर्स ब्रॉयलर्स वेलफेयर फेडरेशन) 





 

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